Insurance is a complex and often confusing product that can protect you from financial losses in case of unexpected events. However, not all insurance plans are created equal, and there are some terms and conditions that you should pay attention to before you sign up for one. Here are seven of the most important ones:
Coverage: This is the amount and type of protection that the insurance plan provides for you. It includes what is covered, what is excluded, and what are the limits and deductibles. You should always read the coverage details carefully and compare different plans to find the one that suits your needs and budget.
Premium: This is the amount that you pay to the insurance company for your plan. It can be paid monthly, quarterly, or annually, depending on the plan. The premium may vary depending on your age, health, location, occupation, and other factors. You should shop around and compare different quotes to find the best deal for your situation.
Claim: This is the request that you make to the insurance company when you want to use your coverage. It involves submitting proof of your loss or damage, such as receipts, photos, or medical reports. The insurance company will then review your claim and decide whether to approve or deny it, and how much to pay you.
Benefit: This is the amount that the insurance company pays you when your claim is approved. It can be a lump sum or a periodic payment, depending on the plan and the type of loss or damage. The benefit may be subject to taxes and fees, so you should check with your insurer or a financial advisor before you receive it.
Exclusion: This is something that is not covered by your insurance plan. It can be a specific event, condition, or circumstance that the insurance company will not pay for. For example, some plans may exclude pre-existing medical conditions, natural disasters, or acts of war. You should always read the exclusions carefully and understand what risks you are taking when you buy a plan.
Deductible: This is the amount that you have to pay out of your own pocket before the insurance company pays for your claim. It can be a fixed amount or a percentage of the claim value, depending on the plan. The higher the deductible, the lower the premium, but also the more you have to pay when you make a claim.
Co-payment: This is the amount that you have to pay along with the insurance company for your claim. It can be a fixed amount or a percentage of the claim value, depending on the plan. The co-payment reduces the risk for the insurance company and lowers the premium, but also increases your share of the cost when you make a claim.
These are some of the most important terms and conditions that you should check before you buy an insurance plan. By understanding them, you can make an informed decision and choose a plan that meets your needs and expectations.
ऑनलाइन नौकरियां पैकिंग वेतन 12k आवश्यकता तक 12 वीं पास क्या आप घर से काम करने वाली नौकरी की तलाश कर रहे हैं जो अच्छी तरह से भुगतान करती है और उच्च स्तर की शिक्षा की आवश्यकता नहीं है? अगर हां, तो ऑनलाइन पैकिंग जॉब आपके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है। ऑनलाइन पैकिंग जॉब ऐसी नौकरियां हैं जहां आपको उत्पादों को ऑनलाइन ऑर्डर करने वाले ग्राहकों को पैक करना और शिप करना होता है। आप अपने घर के आराम से काम कर सकते हैं और अपने प्रदर्शन और आपके द्वारा संभाले जाने वाले ऑर्डर की संख्या के आधार पर प्रति माह 12k तक कमा सकते हैं।
ऑनलाइन पैकिंग जॉब के क्या फायदे हैं? ऑनलाइन पैकिंग जॉब के कई फायदे हैं, जैसे:
आप घर से काम कर सकते हैं और आने-जाने में समय और पैसा बचा सकते हैं। आप अपनी गति और समय के अनुसार काम कर सकते हैं। आप उन उत्पादों को चुन सकते हैं जिन्हें आप अपनी रुचि और उपलब्धता के अनुसार पैक और शिप करना चाहते हैं। आप बिना किसी निवेश या पंजीकरण शुल्क के एक अच्छी आय अर्जित कर सकते हैं। आप विभिन्न उत्पादों और बाजारों के बारे में अपने कौशल और ज्ञान में सुधार कर सकते हैं। ऑनलाइन पैकिंग जॉब के लिए क्या आवश्यकताएं हैं? ऑनलाइन पैकिंग जॉब के लिए किसी विशेष योग्यता या अनुभव की आवश्यकता नहीं होती है। हालांकि, कुछ बुनियादी आवश्यकताएं हैं:
आपको किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड या संस्थान से 12वीं कक्षा या समकक्ष उत्तीर्ण होना चाहिए। आपके पास इंटरनेट कनेक्शन और एक प्रिंटर के साथ एक कंप्यूटर या लैपटॉप होना चाहिए। भुगतान प्राप्त करने के लिए आपके पास एक वैध बैंक खाता और पैन कार्ड होना चाहिए। आपके पास उत्पादों को सुरक्षित और सुरक्षित रूप से स्टोर करने और पैक करने के लिए जगह होनी चाहिए। उत्पादों की शिपिंग के लिए आपके पास एक कूरियर सेवा या डाकघर तक पहुंच होनी चाहिए। ऑनलाइन पैकिंग जॉब के लिए आवेदन कैसे करें? कई वेबसाइट और प्लेटफॉर्म हैं जो 12वीं पास कैंडिडेट्स के लिए ऑनलाइन पैकिंग जॉब ऑफर करते हैं। उनमें से कुछ हैं:
इंडियामार्ट: इंडियामार्ट भारत के सबसे बड़े ऑनलाइन मार्केटप्लेस में से एक है जो विभिन्न उत्पादों और सेवाओं के खरीदारों और विक्रेताओं को जोड़ता है। आप इंडियामार्ट पर एक विक्रेता के रूप में पंजीकरण कर सकते हैं और उन उत्पादों को सूचीबद्ध कर सकते हैं जिन्हें आप पैक और शिप करना चाहते हैं। आप खरीदारों द्वारा पोस्ट की गई पूछताछ को भी ब्राउज़ कर सकते हैं और उनसे सीधे संपर्क कर सकते हैं1. फ्रिकली: फ्रिकली एक ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म है जो फर्नीचर, होम डेकोर, होम इंटीरियर और रेनोवेशन उत्पाद बेचता है। आप फ्रिकली पर डेटा एंट्री ऑपरेटर या कंप्यूटर ऑपरेटर के रूप में आवेदन कर सकते हैं और विक्रेताओं से डेटा और उत्पादों की जानकारी एकत्र कर सकते हैं। आप ग्राहकों के ऑर्डर1 के अनुसार उत्पादों को पैक और शिप भी कर सकते हैं। स्टार्स एन सेलेब्स: स्टार्स एन सेलेब्स एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जो मशहूर हस्तियों और प्रशंसकों को जोड़ता है। आप स्टार्स एन सेलेब्स पर मार्केटिंग इंटर्न के रूप में आवेदन कर सकते हैं और सोशल मीडिया पर उनके उत्पादों और सेवाओं का प्रचार कर सकते हैं। आप प्रशंसकों के ऑर्डर1 के अनुसार मर्चेंडाइज को पैक और शिप भी कर सकते हैं। ऑनलाइन पैकिंग जॉब के लिए क्या सुझाव हैं? ऑनलाइन पैकिंग का काम आसान और सुविधाजनक है, लेकिन इसके लिए कुछ कौशल और सावधानियों की भी आवश्यकता होती है। ऑनलाइन पैकिंग जॉब्स में सफल होने में आपकी मदद करने के लिए यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं:
उन उत्पादों को चुनें जिनसे आप परिचित हैं और जिनमें आपकी रुचि है। पैक करने से पहले उत्पादों की गुणवत्ता और मात्रा की जांच करें। उचित पैकेजिंग सामग्री जैसे बॉक्स, बबल रैप, टेप, लेबल आदि का उपयोग करें। चालान और शिपिंग लेबल को स्पष्ट रूप से प्रिंट करें और उन्हें पैकेज में संलग्न करें। शिपमेंट स्थिति को ट्रैक करें और ग्राहक के साथ डिलीवरी की पुष्टि करें। अपने ऑर्डर, भुगतान और फीडबैक का रिकॉर्ड बनाए रखें। ऑनलाइन पैकिंग जॉब बिना किसी झंझट के घर बैठे पैसे कमाने का एक शानदार तरीका है। यदि आप 12वीं पास उम्मीदवार हैं और एक लचीली और पुरस्कृत नौकरी की तलाश कर रहे हैं, तो ऑनलाइन पैकिंग जॉब आपके लिए एकदम सही हो सकती है। आज ही आवेदन करें और अपना ऑनलाइन पैकिंग करियर शुरू करें!
ICICI Bank ek pramukh bharatiya vittiya seva pradan karne wali company hai jo ki alag-alag tarah ke khate aur jama yojanaon ka vikalp deti hai. ICICI Bank ke fixed deposit (FD) ek aisa jama yojana hai jismein aap apne paise ko nishchit avadhi ke liye nishchit dar par jamakar achhi kamai kar sakte hain.
ICICI Bank ke FD mein aap kam se kam 7 din se lekar adhik se adhik 10 varsh tak ke liye apne paise ko jama kar sakte hain. ICICI Bank ke FD ki nyuntam rakam 10,000 rupaye hai aur adhikatam koi seema nahi hai. ICICI Bank ke FD ki byaj dar alag-alag avadhi aur rakam ke anusar badalti hai.
ICICI Bank ke FD ki byaj dar 2023 mein kuchh is prakar hai:
7 din se 14 din tak ke liye 3.00% se lekar 4.75% tak
15 din se 29 din tak ke liye 3.00% se lekar 4.75% tak
30 din se 45 din tak ke liye 3.50% se lekar 5.50% tak
46 din se 60 din tak ke liye 4.25% se lekar 5.75% tak
61 din se 90 din tak ke liye 4.50% se lekar 6.00% tak
91 din se 120 din tak ke liye 4.75% se lekar 6.50% tak
121 din se 150 din tak ke liye 4.75% se lekar 6.50% tak
151 din se 184 din tak ke liye 4.75% se lekar 6.50% tak
185 din se 210 din tak ke liye 5.75% se lekar 6.65% tak
211 din se 270 din tak ke liye 5.75% se lekar 6.65% tak
इंश्योरेंस एक ऐसा तारिका है जिसे आप अपने और अपने परिवार के भविष्य की सुरक्षा कर सकते हैं। इंश्योरेंस का मतलब है कि आप किसी कंपनी को हर साल कुछ पैसे देते हैं और यूएस कंपनी से एक एग्रीमेंट करते हैं कि अगर आपको या आपके परिवार को कोई नुक्सान या बीमारी हो तो हमें कंपनी ने आपको उसका मुआवजा देना है। बीमा के बहुत से प्रकार है जैसे कि जीवन बीमा, स्वास्थ्य बीमा, कार बीमा, बाइक बीमा आदि। इनमे से सबसे जरूरी और लाभमांड है स्वास्थ्य बीमा या स्वास्थ्य बीमा।
हेल्थ इंश्योरेंस का मतलब है कि अगर आपको या आपके परिवार को कोई बीमारी है या दुर्घटना हो जाए तो उसका इलाज करने का खर्चा इंश्योरेंस कंपनी देगी। आज के समय में बिमारियों के इलाज का खर्चा बहुत ज्यादा हो गया है और काई बार हमारे पास इतने पैसे नहीं होते कि हम अपने या अपने परिवार के लिए अच्छा इलाज करवा खातिर। ऐसे में स्वास्थ्य बीमा हमारी मदद करता है और हमें वित्तीय और स्वास्थ्य सुरक्षा देता है।
हेल्थ इंश्योरेंस लेने के बहुत से फायदे हैं, जिन्हें हम नीचे बताएंगे:
हेल्थ इंश्योरेंस लेने से आपको इनकम टैक्स में भी छूट मिलती है। आप जो भी प्रीमियम भरते हैं उसका कुछ हिस्सा आप अपने टैक्सेबल इनकम से डिडक्ट कर सकते हैं और टैक्स बचा सकते हैं। स्वास्थ्य बीमा लेने से आपको मानसिक शांति मिलती है। आपको ये टेंशन नहीं रहते कि अगर आपको या आपके परिवार को कुछ हो गया तो आप कैसे पैसे जुटाएंगे। आपको सिर्फ अपना हेल्थ और रिकवरी पर ध्यान देना होता है और बाकी सब इंश्योरेंस कंपनी का काम होता है। स्वास्थ्य बीमा लेने से आपको सबसे अच्छा इलाज मिलता है। आपको किसी भी हॉस्पिटल में जा कर अपना इलाज करवा सकते हैं जो आपके हेल्थ प्लान में शामिल हो। आपको किसी भी तरह का समझौता नहीं करनी पड़ेगी क्वालिटी या सुविधाओं में। स्वास्थ्य बीमा लेने से आपको कैशलेस सुविधा मिल रही है। आपको अस्पताल में भर्ती होने से पहले या बाद में कोई पैसे नहीं देने पड़ते। आपका बिल डायरेक्ट इंश्योरेंस कंपनी से सेटल हो जाता है। आपको सिर्फ अपना हेल्थ कार्ड और पॉलिसी डॉक्यूमेंट दिखाना होता है। स्वास्थ्य बीमा लेने से आपको पहले और बाद में अस्पताल में भर्ती होने के खर्च भी कवर होते हैं। आपका इलाज सिर्फ अस्पताल में ही नहीं बालक घर पर भी होता है। ऐसे में जो भी खर्चा होता है जैसे कि दवाएं, जांच, डॉक्टर की फीस आदि वो भी बीमा कंपनी देती है। तो कुछ कुछ जो स्वास्थ्य बीमा लेने से होते हैं। अब सवाल ये उठाता है कि हेल्थ इंश्योरेंस कैसे ले? इसके लिए आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होगा:
अपनी जरूरत और बजट के हिसाब से हेल्थ प्लान चूज करें। आपके प्लान में वो सब कवर होना चाहिए जो आपके लिए जरूरी हो। जैसे की रूम रेंट लिमिट, क्रिटिकल इलनेस कवर, मैटरनिटी कवर आदि। अपने हेल्थ प्लान के नियम और शर्तों को अच्छे से पढ़े और समझे। आपको पता होना चाहिए कि आपका प्लान क्या कवर करता है और क्या नहीं। कुछ चीज होती है जो बाहर होती है जैसे की पहले से मौजूद बीमारियां, कॉस्मेटिक सर्जरी, दांतों का इलाज आदि। अपने हेल्थ प्लान की क्लेम प्रक्रिया को जाने। आपको पता होना चाहिए कि अगर आपको दावा करना है तो आपको क्या करना होगा और कितना टाइम लगेगा। आपको अपने पॉलिसी डॉक्यूमेंट में दिए गए टोल फ्री नंबर या ईमेल आईडी पर संपर्क करना होगा और अपनी डिटेल्स बताएंगी। अपने हेल्थ प्लान को समय-समय पर रिन्यू करें। आपका प्लान एक साल के लिए ही वैलिड होता है और उसके बाद रिन्यू करना पड़ता है। अगर आप रिन्यू नहीं करते तो आपका कवर बैंड हो जाता है और आपको फिर से प्रीमियम भरना पड़ता है। तो ये कुछ बातें जो आपको हेल्थ इंश्योरेंस लेने से पहले और बाद में जान लेनी चाहिए। हेल्थ इंश्योरेंस एक बहुत ही जरूरी और जरूरत की चीज है जो हर व्यक्ति को लेनी चाहिए। इससे आप अपने और अपने परिवार के भविष्य को सुरक्षित कर सकते हैं और बीमारियों से लड़ सकते हैं।
बंधन बैंक एक भारतीय प्राइवेट सेक्टर का बैंक है, जो 2014 में स्थापित हुआ था। यह बैंक मुख्य रूप से माइक्रोफाइनेंस के क्षेत्र में काम करता है, और गरीब और कम-आय वर्ग के लोगों को सस्ते और सुलभ ऋण प्रदान करता है।
बंधन बैंक का ब्याज दरें निम्नलिखित हैं:
सेविंग्स अकाउंट: बंधन बैंक के सेविंग्स अकाउंट पर 3% से 6% तक की ब्याज दरें होती हैं, जो अकाउंट के प्रकार, समयावधि, और मिनिमम शेष पर निर्भर करती हैं।
पर्सनल लोन: बंधन बैंक के पर्सनल लोन पर 15% से 18% तक की ब्याज दरें होती हैं, जो ऋणी की प्रोफाइल, क्रेडिट स्कोर, ऋण की मात्रा, और समयावधि पर निर्भर करती हैं।
होम लोन: बंधन बैंक के होम लोन पर 8.75% से 11.75% तक की ब्याज दरें होती हैं, जो प्रॉपर्टी के प्रकार, मार्केट मूल्य, LTV (Loan to Value) ratio, EMI/NMI (Equated Monthly Installment/Net Monthly Income) ratio, प्रमोशनल स्कीम, etc. पर depend on them.
समलिंगी: Bandhan Bank offers gold loans at interest rates ranging from 10.99% to 17.99%, depending on the loan amount, tenure, purity of gold, and promotional schemes.
Bandhan Bank is one of the fastest growing banks in India, with a network of over 5,800 banking outlets and 437 ATMs across 34 states and union territories. It also offers various other products and services such as current accounts, fixed deposits, insurance, mutual funds, remittance, etc. Bandhan Bank is committed to providing ethical, accessible, and easy banking solutions to its customers.
Received message. Here is a possible article for “bandhan bank ka byaaj kitna ha”: — बंधन बैंक का ब्याज कितना है? बंधन बैंक एक भारतीय प्राइवेट सेक्टर का बैंक है, जो 2014 में स्थापित हुआ था। यह बैंक मुख्य रूप से माइक्रोफाइनेंस के क्षेत्र में काम करता है, और गरीब और कम-आय वर्ग के लोगों को सस्ते और
अगर आपने अपनी कार का बीमा (Insurance) करवा रखा है तो गाड़ी के साथ हादसा होने पर, आप आर्थिक समस्या के साथ-साथ कई तरह की शारीरिक और मानसिक समस्याओं से भी बच जाते हैं। कार इंश्योरेंस आप किसी बीमा कंपनी के ऑफिस में जाकर भी करा सकते हैं या उसके एजेंट के माध्यम से भी करा सकते हैं। अगर कंप्यूटर या स्मार्ट फोन चलाना जानते हैं तो घर बैठे ऑनलाइन भी अपनी कार का बीमा कर सकते हैं। इससे आप एजेंट फीस वगैरह देने से बच जाते हैं।
इस लेख में हम जानेंगे कि कार का इंश्योरेंस ऑनलाइन कैसे करें? How to do Car insurance online? इसके लिए क्या-क्या डॉक्यूमेंट्स लगते हैं?
सभी प्रमुख General Insurance Companies अपनी वेबसाइटों पर Online insurance कराने की सुविधा देती हैं। कुछ आसान से Steps पूरे करके आप मिनटों में Car insurance खरीद सकते हैं।
स्टेप 1: सबसे पहले आपको एक फॉर्म अपने वाहन के संबंध में भरना होता है। इसमें अपने वाहन के type और make की जानकारी देनी होती है। इसी के आधार पर तय होता है कि आपको कितना Premium (बीमा की कीमत) भरना पड़ेगा
स्टेप 2:-इसके बाद आपसे अपने बारे में व्यक्तिगत जानकारियां (personal details. मांगे जाते हैं। उदाहरण के लिए नाम, पता, ई मेल, फोन नंबर वगैरह।
स्टेप 3: आखिर में अपनी बीमा पॉलिसी के प्रीमियम का भुगतान कर दीजिए। आप अपनी सुविधानुसार डेबिट/क्रेडिट कार्ड, Netbanking या UPI से भुगतान कर सकते हैं।
ऑनलाइन कार इंश्योरेंस रिन्यू कराने का तरीका
कार इंश्योरेंस को Renew कराने की प्रक्रिया भी काफी कुछ नई Policy खरीदने जैसी होती है। आजकल कई बीमा कंपनियां Online बीमा रिन्यू कराने की सुविधा दे रही हैं। यहां हम एक सैंपल के रूप में Onlile Insurance Renewal की प्रक्रिया दे रहे हैं—
आपको बीमा कंपनी की वेबसाइट पर जाकर insurance renewal online form सेलेक्ट करना होता है। उसमें अपनी पिछली Policy के संबंध में मांगे गए Details भरते हैं।
इसके बाद अगले पेज पर जाकर आप नई पॉलिसी के details देख लेते हैं। उसकी नियम व शर्तों (Rules and Regulations) को मंजूरी देते हैं।
अब आपके सामने पॉलिसी के लिए भुगतान (payment) का विकल्प आता है। अपने डेबिट/क्रेडिट कार्ड या Online Bank Account के माध्यम से भुगतान कर सकते हैं। इसी के साथ आपकी पॉलिसी का Renewal पूरा हो जाता है।
आनलाइन कार बीमा खरीदने के लिए आपके पास दो रास्ते होते हैं-
बीमा कंपनी की वेबसाइट के माध्यम से
एग्रीगेटर कंपनियों के माध्यम से
बीमा कंपनी की वेबसाइट के माध्यम से कार बीमा करवाना
आजकल लगभग सभी बीमा कंपनियां अपने Product ऑनलाइन उपलब्ध कराने लगी हैं। भारत की प्रमुख General Insurance Companies जो कार बीमा करती हैं, उनके नाम और उनकी वेबसाइट के लिंक हम यहां दे रहे हैं—
एक Aggregator Company, ऐसी कंपनी होती है जो ग्राहकों को खुद का कोई प्रोडक्ट खुद नहीं बेचतीं। इसकी बजाय, वह अपनी वेबसाइट के माध्यम से दूसरों के product उपलब्ध कराती है। इस सेवा को उपलब्ध कराने के बदले वह अपना कमीशन लेती हैं।
भारत भी कई ऐसी कंपनियां हैं जो Insurance Aggregator के रूप में काम करती हैं। ये अन्य बीमा कंपनियों के प्रोडक्ट का मूल्यांकन (Valuation) और उनकी तुलना (comparison) पेश करती हैं। ग्राहक उन प्रोडक्ट में से अपनी जरूरत के हिसाब से चुनाव कर लेता है। Aggregator पर ही उस प्रोडक्ट को खरीदने का भी लिंक होता है। इस लिंक के माध्यम से जब कोई बीमा कंपनी की Policy लेता है तो Aggregator को कमीशन मिलता है।
भारत में वाहन बीमा के क्षेत्र में Aggregator के रूप में काम करने वाली कुछ कंपनियों के नाम इस प्रकार हैं।
Policybazaar.com
coverfox.com
www.policyx.com
www.comparepolicy.com
www.bankbazaarinsurance.com
Myinsuranceclub.com
ध्यान रखें। भारतीय बीमा विनियामक एवं विकास प्राधिकरण (IRDAI) की ओर से Insurance Aggregators को एक बार में सिर्फ 3 वर्ष के लिए मान्यता दी जाती है। इस समय कौन से बीमा Aggregator मान्य हैं, उनकी लिस्ट आप IRDAI की वेबसाइट पर देख सकते हैं। इसके लिए इस लिंक का इस्तेमाल कर सकते हैं— https://www.irdai.gov.in/ADMINCMS/cms/NormalData_Layout.aspx?mid=9.6.1&page=PageNo2337
ऑनलाइन कार इंश्योरेंस के लिए आवश्यक Documents
किसी कंपनी से Online कार बीमा पॉलिसी खरीदने के लिए आपको निम्नलिखित documents की जरूरत होती है—
आपके driving license की फोटोकॉपी
आपकी गाडी के रजिस्ट्रेशन संबंधी Documents, साथ में RC (Registration Certificate) की फोटोकॉपी भी हो
आपके निवास संबंधी प्रमाण (address proof)
एक Cancel check, अगर आप प्रीमियम चुकता करने के लिए EFT (Electronic Funds Transfer) का विकल्प चुनते हैं
आपकी मौजूदा पॉलिसी के Documents (अगर बीमा रिन्यू करा रहे हैं या फिर बीमा कंपनी बदल रहे हैं तो)
डिस्काउंटस कहां मिल रहा है? Car insurance करने वाली कंपनियां समय-समय पर अपनी पॉलिसियों पर discounts की घोषणा करती हैं। ऐसी घोषणाओं पर नजर रखिए। बीमा कराते समय भी देखिए कि किसी कंपनी का offer तो नहीं चल रहा। संयोग अच्छा रहा तो आप अपने Premium पर अच्छी बचत पा सकते हैं।
IDV की गणना ठीक से हुई है? पॉलिसी लेते वक्त इस बात पर भी नजर रखें कि Insurance company ने आपके वाहन की Insured’s Declared Value (IDV) ठीक से लगाई है कि नहीं। यह वह रकम होती है, जो किसी हादसे में आपके वाहन के पूरी तरह नष्ट होने या चोरी हो जाने के बदले आपको मिल सकती है। आपके Premium की किस्त भी आपके वाहन के IDV पर निर्भर करती है। विस्तार से जानें: वाहन बीमा में आईडीवी क्या होती है?
समझदारी से करें deductible का चयन एक अच्छे कार बीमा के साथ premium और deductible का बेहतर संयोजन होना चाहिए। deductible दरअसल, वह हिस्सा होता है जोकि कार की Reparing होने पर आप अपनी तरफ से खुद चुकता करते हैं। बाकी का हिस्सा बीमा कंपनी चुकाती है। जितना ज्यादा deductible आप चुनेंगे, आपके प्रीमियम की किस्त उतनी ही कम होगी।
बढिया Add On/riders चुनें राइडर्स एक प्रकार के add-on covers होते हैं, इनकी मदद से आप अपना बीमा प्लान अपनी जरूरत के हिसाब से ढाल (customize) सकते हैं। आप जितने अच्छे riders चुन सकेंगे, आपका बीमा प्लान उतना ही बेहतर साबित होगा। विस्तार से जानें: एड ऑन इंश्योरेंस क्या होते हैं ?
क्लेम प्रक्रिया की जानकारी करें सिर्फ ज्यादा फायदे वाली Insurance Policy का चयन ही काफी नहीं है। इसे समय पर और तेजी से फायदा पहुंचाने वाली भी होना चाहिए। यानी कि Claims का निपटारा करने के लिए कंपनी का तरीका क्या है? claim settlement में कंपनी का रिकॉर्ड कैसा है, इसका भी पता करें। आपकी बीमा कंपनी के पास अच्छी customer support facility होनी चाहिए।
ऑनलाइन renewal process है कि नहीं? कार बीमा की अवधि खत्म होने के बाद उसे Renew भी कराना पड़ेगा। बेहतर होेगा कि ऐसी कंपनी की Policy चुनें जो कि Online Renewal की सुविधा दे रही हो। वरना आपको Renew करवाने के लिए अलग से समय निकालना पड़ेगा और परेशान होना पड़ेगा।
कार इंश्योरेंस रिन्यू कराने के संबंध में रखें ध्यान
बीमा एक्सपायर होने के पहले करा लेना चाहिए रिन्यू
नियमानुसार वाहन Insurance policy की अवधि पूरी होने के पहले उसे Renew करा लिया जाना चाहिए। हालांकि, किसी insurance Policy की अवधि पूरी होने के बाद भी एक Grace Period मिलता है। अलग अलग कंपनी के अनुसार यह 3 से 30 दिन तक हो सकता है। Grace period के दौरान भी अगर आप पॉलिसी Renew करा लेते हैं तो फिर जुर्माना से बच जाते हैं।
ग्रेस पीरियड के बाद करवाना पड़ता है नया बीमा
Grace period के बाद भी अगर आपने बीमा Renew नहीं कराया तो फिर आपको नई insurance policy ही लेनी पड़ती है। और नई पॉलिसी, पिछली Policy से महंगी पड़ती है। इसके अलावा आपको पिछली Policy के कारण मिलने वाले कई फायदे नहीं मिल पाते, जैसे कि No Claim Bonus का लाभ नहीं मिलता। आपके वाहन का मूल्यांकन (Valuation) फिर से नए तरीके से होगा। दो पॉलिसियों के बीच में जो lapse time होता है उसके लिए आपको पेनाल्टी और late fee भी चुकानी पडती है।
दो पॉलिसियों के बीच में कोई हादसा हुआ तो…
अगर पॉलिसी के time lapse के दौरान आपकी कार से कोई गंभीर हादसा (Accident) हो गया तो सारा हर्जाना (Compensation) आपको अपने बूते भरना होगा। यह हर्जाना भी उस व्यक्ति की हैसियत के मुताबिक होगा, जिसे आपके वाहन से नुकसान पहुंचा है। इसी तरह कार के पूरी तरह नष्ट होने या चोरी होने पर भी आपको किसी तरह की मदद नहीं मिल सकेगी।
शायद यह सवाल आपके दिमाग में जरूर उभरा होगा कि क्या कार डीलर के अलावा भी कहीं Car Insurance करवाया जा सकता है? एक शब्द में इसका उत्तर है, हां।
सामान्यत: कार कंपनियां, अपने शोरूम में, कार के साथ ही Car Insurance भी उपलब्ध कराती हैं। Insurance Companies के साथ गठबंधन (Collaboration) करके वे ऐसा करती हैं। इसके बदले में वे Insurance Companies से कुछ कमीशन भी प्राप्त करते हैं। लेकिन, Car Dealer से ही कार बीमा कराना अनिवार्य है, ऐसा कतई नहीं है। आप चाहें तो अलग से कहीं भी अपनी Car का Insurance करवा सकते हैं।
बाहर से कार बीमा करवाना फायदेमंद कैसे?
अगर आप कार बीमा खरीदने के संबंध में कुछ basic जानकारियां रखते हैं तो फिर बाहर से बीमा खरीदना आपके लिए फायदेमंद होगा। जानते हैं कैसे?
कार डीलर जो Insurance Policy आपको उपलब्ध कराएगा, उसमें बहुत सी ऐसी चीजें (Add On) भी जुडी हो सकती हैं, जिनकी आपको जरूरत ही न हो। हर Add On आपको कुछ सुविधा देता है, तो उसके बदले में आपसे कुछ कीमत भी लेता है। इस तरह से , हर Add On के एवज में आपके बीमे का Premium (किस्त) कुछ न कुछ बढ़ भी जाती है।
जीवन अनमोल है, लेकिन उतना ही अनिश्चित भी है। यह निर्धारित करना असंभव है कि आपके जीवन का अगला चरण क्या होगा। जब आप जीवन और उसके अलग-अलग चरणों के बारे में सोचते हैं, तो आप अपने और अपने प्रियजनों के लिए एक शांत और सुरक्षित भविष्य चाहते हैं। आप चाहते हैं कि आपके बच्चे सुरक्षित रहें, इसलिए आप विभिन्न प्रकार की योजनाएँ बनाते हैं जिससे वह आर्थिक रूप से सुरक्षित रहें, सही तरह शिक्षित हों, और आपके जीवनसाथी और माता-पिता की देखभाल भी होती रहे।
भविष्य सुनिश्चित करने के लिए यदि कोई विकल्प सबसे पहले दिमाग में आता है तोह वो जीवन बिमा ही है। परन्तु जीवन बीमा क्या है और यह कैसे काम करती है, इसकी बेहतर समझ हासिल करना अनिवार्य है। ऐसा करने के लिए विभिन्न प्रकार की जीवन बीमा योजनाओं को समझना, उनके बारे में ऑनलाइन पढ़ना या बीमाकर्ताओं से बात करना सरल उपायों में से हैं।
आइए इस लेख के माध्यम से हम समझें की जीवन बीमा पॉलिसी क्या है।
जीवन बीमा क्या है? लाइफ इन्शुरन्स क्या होता है?
जीवन बीमा एक वित्तीय साधन है जो जोखिम के खिलाफ जीवन सुरक्षा प्रदान करता है और भविष्य के खर्चों के लिए बचत बढ़ाने का अवसर प्रदान करता है। जीवन बीमा पॉलिसी उन लोगों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है जिनके नाबालिग या विशेष आवश्यकता वाले बच्चे हैं, या उन सभी के लिए जो किसी भी अनिश्चित घटना के दौरान अपने परिवार के भविष्य को सुरक्षित करना चाहते हैं। आमतौर पर सलाह दी जाती है की लोगों को जल्द से जल्द जीवन बीमा में निवेश कर देना चाहिए क्योंकि प्रीमियम राशि उम्र के साथ बढ़ती रहती है। इसके अलावा, यदि आपकी पहले से कोई चिकित्सीय स्थिति है, तो प्रारंभिक अवस्था में जीवन बीमा पॉलिसी खरीदने की सलाह दी जाती है। इससे यह सुनिश्चित करने में भी मदद मिलती है कि आपका दावा खारिज न हो जाए। टर्म इंश्योरेंस, एंडोवमेंट प्लान, मनी-बैक इंश्योरेंस पॉलिसी, यूलिप जैसे और भी कई प्रकार की बीमा पॉलिसियां उपलब्ध हैं जिन्हे आप आपनी वित्तीय आवश्यकताओं के अनुसार चुन सकते हैं।
जीवन बीमा से क्या लाभ है?
अब जब आप जान गए हैं कि जीवन बीमा पॉलिसी क्या है, तो प्रकार के पॉलिसियों से मिलने वाले लाभों पर एक नज़र डालते हैं:
जोखिम कवरेज
टैक्स लाभ
ऋण विकल्प
स्वास्थ्य कवर
नीतियों की विविधता
राइडर्स
फिक्स रिटर्न की गारंटी
मृत्यु के बाद तत्काल व्यय
जीवन बीमा के प्रकार क्या होते हैं?
आइये बाजार में उपलब्ध कुछ जीवन बीमा पॉलिसियों के विषय में समझते हैं।
आपको जीवन बीमा पॉलिसी खरीदने की आवश्यकता क्यों है?
जब आप छोटे होते हैं तो जीवन आसान लग सकता है, यद्यपि समय के साथ भविष्य में कुछ स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं जिनके लिए चिकित्सा सहायता की आवश्यकता हो सकती है। साथ ही, कोई भी अपने जीवन काल का अनुमान नहीं लगा सकता है और यह सुनिश्चित करना भी कठिन है की कोई अपने प्रियजनों के साथ कितने समय तक रहेगा। यदि कुछ हो जाता है, तो आप नहीं चाहेंगे कि आपका परिवार आपके ऋणों का भुगतान करें। जीवन बीमा की अवधारणा आपके परिवार के भविष्य को सुरक्षित करना और कठिन समय में खुद को बनाए रखने में उनकी मदद करना है। यह आपको स्वतंत्र होने और एक आरामदायक जीवन जीने के लिए पर्याप्त धन देता है।
उचित जीवन बीमा कवर कैसे निर्धारित करें?
इस लेख को पढ़ने के बाद आप भली-भांति समझ गए हैं की लाइफ इन्शुरन्स क्या होता है। यदि अपने सही पॉलिसी का चयन कर लिया है तो अब केवल उसमे निवेश करना ही शेष होता हैं। यह अंतिम निर्णय लेने के लिए आपको सबसे अच्छा कवरेज चुनना चाहिए। निम्नलिखित पहलुओं को ध्यान में रख कर आपको उचित कवर का चयन करना चाहिए।
आयु कारक
जीवन के लक्ष्य
जीवन शैली और परिवार
लंबित ऋण
बजट ब्रैकेट
अनुमानित कार्य वर्ष
जीवन बीमा विकल्पों की ऑनलाइन जांच करना केवल इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि कई की प्रकार की योजनाएं उपलब्ध हैं। आप ऐसे जीवन बीमा प्रकारों में से चुन सकते हैं जिनके लिए आपकी आवश्यकताओं के आधार पर एकल प्रीमियम भुगतान या मासिक प्रीमियम भुगतान की आवश्यकता होती है।
इसे खरीदने से पहले योजना के कवरेज की जांच करें। अतिरिक्त जरूरतों को पूरा करने के लिए बीमा राइडर्स को जोड़ा जा सकता है।
आपको अपनी पॉलिसी किसी भरोसेमंद बीमाकर्ता से खरीदनी चाहिए जो पहुंच योग्य हो। अपने लिए एक उचित बीमा खरीदने से पहले यह सुनिश्चित करें की बीमाकर्ता के पास एक उच्च दावा निपटान अनुपात (क्लेम सेटलमेंट रेश्यो) और एक सम्मानजनक रैंकिंग हो।
उपयुक्त सुविधा में उपचार प्राप्त करने के लिए आपके जीवन बीमा द्वारा कवर किए गए अस्पतालों की सूची ज़रूर जाँच लें।
टर्म इंश्योरेंस एक जीवन बिमा पॉलिसी है, यह निच्चित वर्षो के लिए कवरेज प्रदान करता है | इस पॉलिसी मैं यदि पॉलिसीधारक की म्रत्यु हो जाती है तो बीमित व्यक्ति के नामंकित व्यक्तियों को म्रत्यु लाभ का भुगतान किया जाता है
HDFC Life Term Insurance के एक मूल संस्करण का कोई नकद मूल्य नही है, मतलब की यदि बिमाधारक पॉलिसी अवधि तक जीवित रहता है तो पॉलिसी कोई भी मूल्य लौटाती नहीं है |
(प्रीमियम पर रिटर्न आदि जैसी योजनाओं के अपवाद के साथ) आप अपनी मृत्यु के बाद एक निश्चित राशि प्रदान करके अपने आश्रितों को अपनी जीवन शैली का नेतृत्व करने में सक्षम बनाने के लिए एक सावधि बीमा पॉलिसी खरीद सकते हैं।
टर्म इंश्योरेंस प्लान कैसे काम करता है?
टर्म इंश्योरेंस प्लान भी सीमित जीवन बीमा पॉलिसी की तरह काम करते हैं। यह एक निश्चित अवधि के लिए जीवन बीमा प्रदान करता है। आप नियमित अंतराल पर प्रीमियम का भुगतान कर लाइफ कवर का आनंद ले सकते हैं।
यदि पॉलिसी अवधि के दौरान पॉलिसीधारक के साथ कुछ होता है, तो आपके नामांकित व्यक्ति को पॉलिसी भुगतान के रूप में वादा की गई बीमा राशि प्राप्त होती है। आप अपने परिवार की वित्तीय सुरक्षा बढ़ाने के लिए राइडर या ऐड-ऑन खरीदना चुन सकते हैं।
Features of Term Insurance – टर्म इंश्योरेंस की विशेषताए
टर्म इंश्योरेंस प्लान आपको बहुतसी अच्छी योजनाए प्रदान करती है, आईये जानते है टर्म इंश्योरेंस की विशेषताओ के बारे मैं |
1. दीर्घकालीन सुरक्षाः सावधि बीमा पॉलिसी आपको आजीवन कवरेज प्रदान करती है, जिससे आप अपने परिवार को दीर्घकालीन वित्तीय सुरक्षा प्रदान कर सकते हैं।
2. कम प्रवेश आयु :टर्म इंश्योरेंस प्लान्स मैं प्रवेश की उम्र केवल 18 साल की है | इसलिए आप वयस्क होने पर आपने या अपने प्रियजनों के लिए पॉलिसी खरीद सकते है |
3.दायित्व संरक्षण : इस योजना से भुगतान आपके प्रियजनों को ऋण देनदारियो से बेहतर तरीके से निपटने की अनुमति देता है | आप टर्म प्लान्स खरीदकर आप अपने परिवार के सदस्यों को मौजूदा ऋण और ऋण चुकाने में मदद कर सकते हैं।
4. एडजस्टेबल कवर: इस प्लान में, आप अपनी उभरती वित्तीय जरूरतों के आधार पर अपनी बीमित राशि को बढ़ाने या घटाने का विकल्प चुन सकते हैं।
5.खरीदने मैं आसान : आज के डिजिटल युग साथ ही हमारा देश भी डिजिटल युग के साथ आगे बढ़ रहा है, आप ऑनलाइन की मदद से कुछ ही मिनटों मैं HDFC Life Term Insurance Plans को खरीद सकते है | साथ ही आप विभिन्न पॉलिसी
लाभों की तुलना करके आपने अच्छा टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी का चयन आसानी से कर सकते है | योजना को आपने आवश्यकताओ के आधार पर ऐड-ऑन के साथ योजना को अनुकूल कर सकते है | एक बार आप टर्म इंश्योरेंस के सभी
प्लान्स के बारे मैं जानने के बाद आप आवश्यक दस्तावेज स्कैन करके प्रिमियम का भुगतान कर सकते है |
HDFC Life Term Insurance Plans – टर्म इंश्योरेंस प्लान्स
1. HDFC Life Saral Yojna एचडीएफसी लाइफ सरल योजना |
सिमित और नियमित प्रिमियम भुगतान विकल्प, चुनने के लिए एकल |
आपने प्रिमियम भुगतान की शर्ते का लचीलापन |
सवारे के माध्यम से अतिरिक्त सुरक्षा प्राप्त करे |
2. HDFC Life Click 2 Protect life क्लिक 2 प्रोटेक्ट लाइफ |
बिमाधारक की आकस्मिक म्रत्यु पर अतिरिक्त बिमा राशी कर सकते है |
60 वर्ष की आयु से भुगतान प्राप्त कर सकते है, (आय प्लस विकल्प के तहत) |
गैर-तंबाकू और महिला जीवन उपयोगकर्ताओ के लिए विशेष प्रिमियम दर |
क्रिटिकल इलनेस (WOP CI विकल्प के माध्यम से) के निदान पर प्रीमियम की छूट का लाभ उठाएं।
सम्पूर्ण जीवन के लिए कवर करने का विकल्प |
प्रीमियम की वापसी के साथ, आप जीवित रहने पर परिपक्वता तक भुगतान किए गए सभी प्रीमियम वापस पा सकते हैं
यह एक गैर-लिंक्ड, गैर-भागीदारी व्यक्तिगती, शुद्ध जोखिम बचत जीवन बिमा है | यह ऐसी योजना है जो आपकी बदलती जीवन शैली और जीवन स्तर पर आने वाली जरूरतों के अनुसार आपको लाभ प्रदान करती है |
प्रमुख विशेषताए :
1. HDFC LIFE Quick Protect Plan एचडीएफसी लाइफ Quick Protect
यह एक व्यापक सुरक्षा समाधान है जिससे EDB वैकल्पिक लाभ के साथ एचडीएफसी लाइफ क्लिक 2 प्रोटेक्ट लाइफ , एचडीएफसी लाइफ क्रिटिकल इलनेस प्लस राइडर और एचडीएफसी लाइफ इनकम बेनिफिट ऑन एक्सीडेंटल डीसएबिलीटी राइडर शामिल है |
प्रमुख विशेषताए.
परेशानी मुक्त और त्वरित निर्गम |
तीन अलग-अलग पॅकेज सम एश्योर्ड मैं से चुनने का विकल्प |
कोई चिकित्सा नही, हमिदारी के अधीन |
एक समाधान मैं बंडल किए गए कवरेज लाभों के साथ व्यापक सुरक्षा |
Benefits Of Buying HDFC Life Term Insurance Plans टर्म इंश्योरेंस प्लान खरीदने के लाभ
1. ऑन्स जोड़े (Add On)
पोलिसिधारक दुर्भाग्यपूर्ण परिस्थिति के कारण दुर्घटना या गंभीर बीमारी के निदान के कारण अक्षम हो सकता है, यह पोलिसिधारक की आय अर्जन क्षमता को प्रभावित करेगा |
ऐसे मामले मैं पोलिसिधारक के परिवार को खर्चो का प्रबंधन करना मुश्किल हो सकता है, ऐसी परिस्थितियों मैं खुद को बचाने के लिए कोई भी व्यक्ति कई ऐड-ऑन या राइडर्स के साथ टर्म इंश्योरेंस प्लान को बढ़ाने पर विचार कर सकता ह| इनमे क्रिटिकल इलनेस कवरेज, एक्सीडेंटल डिसेबिलीटी राइडर आदि शामिल है |
क्रिटिकल इलनेस कवर एकमुश्त राशी प्रदान करेगा जो की पोलिसिधारक को कवर की गई किसी भी गंभीर बीमारी का निदान होने पर म्रत्यु लाभ के बराबर है | पोलिसिधारक को एक नियमित मासिक आय का भुगतान किया जायेगा जो एक निद्रिस्ट अवधि के लिए बीमित राशी का एक निच्चित प्रतिशत होगा ऐसा एक्सीडेंटल डिसेबिलीटी सुनिच्चित करता है |
2. कम प्रिमियम पर उच्च सुरक्षा जीवन बिमा
जीवन बिमा पॉलिसीया आम जनता के लिए सुलभ है क्योकि वे आपेक्षाकृत कम प्रिमियम पर बड़ा कवर प्रदान करती है| जीवन मैं जितनी जल्दी आप टर्म इंश्योरेंस खरीदते है, प्रिमियम उतना ही कम होता है |
वित्तीय सुरक्षा
किसी भी परिवार के कमाने वाले की म्रत्यु न केवल कष्टदायक होती है, बल्कि यह वित्तीय देनदारियो को भी लाती है | जीवन बिमा यह निच्चित करता है की बीमाकर्ता की म्रत्यु के परिणामस्वरूप दैनिक व्यय प्रभावित न हो |
बिमा पॉलिसी के परिणामस्वरूप भुगतान एकमुश्त या किश्तों के रूप मैं प्राप्त किया जा सकता है | ताकि परिवार आपने जीवन के खर्चो का सामना कर सके |
How To Choose Best HDFC Life Term Insurance Plans. बेस्ट टर्म इंश्योरेंस प्लान कैसे चुने |
आपको अपने जरूरतों की अनुसार अच्छा बिमा कवर का सही चयन करने के लिए आपको यह जानना पड़ेगा, आईये जानते है |
ग्राहक अनुभव को समझे :अपने भरोसेमंद और अनुभवी लोगो से बिमा कंपनी के साथ उनके अनुभव के बारे मैं जाने
टर्म इंश्योरेंस प्लान खरीदते समय किन डॉक्यूमेंट की जरूरत पड़ती है
टर्म इंश्योरेंस प्लान खरीदने के लिए आपको आवश्यक दस्तावेज और पात्रता मानदंड की जरूरत पडती है जानते है आवश्यक दस्तावेज के बारे मैं | इसके साथ ही आप जान सकते है की लोग उस कंपनी की बिमा पॉलिसी के साथ सुखद आनंद ले रहे है या नही |
आपको बिमा कंपनी के साथ एक स्थायी संबंध बनाने चाहिए ताकि आपका टर्म प्लान जीवन भर जारी रह सके |
दावा-निपटान अनुमपात देखे
एक बिमा कंपनी अपने बिमाधारक व्यक्ति के दावे का निपटान करने की कितनी संभावना रखती है, ये एक दावा निपटान अनुपात आपको बताता है इसलिए आपको इसको जानना जरुरी होता है | किसी भी बिमा कंपनी दावा निपटान अनुपात ऑनलाइन देख सकते है | HDFC बिमा कंपनी का दावा निपटान अनुपात 98.01%5 . इतना है
अनुसंधान ऑनलाइन उपलब्धता
किसी भी बिमा कंपनी के संबधित कोई भी निर्णय लेने से पहेले आपको उसकी उपलब्धता की बारे मैं जानना जरूरी है की ओ कंपनी ऑनलाइन और ऑफ़लाइन प्लेटफार्म पर उपलब्ध है या नही |
PASSPORT
AADHAAR CARD
PERMANENT DRIVING LICENCE
बैंक खाता विवरण/पासबुक स्वीकृति की तिथि को छह माह से अधिक पुराना नहीं है (यदि इसमें फोटो है)
LETTER ISSUED BY A GAZETTED OFFICER NOT MORE THAN SIX MONTHS OLD, MENTIONING THE ADDRESS ALONG WITH A DULY ATTESTED PHOTOGRAPH OF THE PERSON.
DOCUMENTS (NOT MORE THAN 3 MONTHS OLD) ISSUED BY GOV. DEPARTMENTS OF FOREIGN JURISDICTION AND LETTER ISSUED BY FOREIGN EMBASSY OR MISSION IN INDIA (IT CONTAINS PHOTOGRAPH).
CENTRAL KYC IDENTIFIER.
How To Buy Term Insurance Plans – HDFC टर्म इंश्योरेंस प्लान कैसे खरीदे
टर्म इंश्योरेंस प्लान्स खरीदने की एक आसान और त्वरित प्रक्रिया है, आइये देखते आपनी जरूरत का टर्म इंश्योरेंस प्लान को कैसे खरीदते है |
सबसे पहेले अपनी वित्तीय स्तिथि का विचार करके अपनी बिमा राशी का अनुमान लगाये, क्या आपकी कोई वित्तीय देनदारियो या आश्रित है? अगर अगले २० या ३० सालो मैं आपके साथ कुछ हो जाए तो उन्हें अपने जीवन स्तर का आनंद लेने के लिए कितना खर्च करना होगा?
इन सभी चीजो को समजकर आप किस प्रकार की बीमित राशी चाहते है और उन योजनाओ की तलाश करे जो आपको वह प्रदान करती है जो आपको चाहिए ऐसी बिमा पॉलिसी का चयन करे |
आपको जो HDFC Life Term Insurance Plans खरीदना है उस योजना का ऑनलाइन आवेदन फ्रॉम भरे | इस मै आपको अपनी उम्र, चिकित्सा इतिहास, जीवनशैली की आदतों के बारे मैं विवरण देना होगा | सत्यापन के लिए आपको कुछ दस्तावेज अपलोड करने होंगे जो हमने आपको उपर बताये हुवे है |
How to calculate the amount of insurance cover required? – आवश्यक बीमा कवर की राशि की गणना कैसे करें?
ज्यादातर लोग अपनी जरुरतो के अनुसार बिमा कवर प्लान को चुनते समय कम खर्चो मैं से चुनते है, हम आपको बताते हैं कि बीमा कवर की राशि की गणना कैसे करें, और आप अपनी आवश्यकताओं के अनुसार एक अच्छी बीमा योजना खरीद सकेंगे।
HDFC Life Term Insurance Plans का एक सरल नियम है जो बीमित व्यक्ति की आय के आधार पर निर्धारित होता है | जैसे एक बीमित व्यक्ति की वार्षिक आय का दस से बीस गुना बिमा होना चाहिए |
अगर आपकी वार्षिक आय 10 लाख रु. है तो आपको ऐसी बिमा योजना खरीदनी चाहिए जो लगभग 1.5 करोड़ का कवर प्रदान करता है | इसी तरह एक बीमित राशी तय करने का सही तरीका ये है की आप अपने भविष्य के खर्चो को आपने दिमाग से देखे तो आपको बिमा कवर चुनने मैं आसानी होगी |
इन्वेस्टमेंट योजना वित्तीय योजना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है झा एक व्यक्ति अपनी बचत का उपयोग करता है और अनुशासित इन्वेस्ट के माध्यम से अधिक रिटर्न कमाता है | एक इन्वेस्ट प्लान होने से दिशा का बोध होता है और सबसे अच्छी इन्वेस्टमेंट रणनीति तय करने मैं मदद मिलती है जिसका पालन वांछित समय पर अपने वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने के लिए करना चाहिए |
आज के टाइम हर कोई इन्वेस्ट करना चाहता है, ताकि पैसे खाने के जोखिम बिना अधिकतम वित्तीय लाभ प्राप्त कर सके | इस समय मैं सही इन्वेस्ट प्लान मैं इन्वेस्ट करना बहुत महत्वपूर्ण है |
क्योंकि पैसा कमाना ही जीवन के वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने के लिए पर्याप्त नही है | पैसे को बढ़ाना जरूरी है | अपने पैसे को आदर्श रूप से बैंक खाते मैं रखना एक अवसर खो देने जैसा है | जीवन के विभिन्न चरणों के लिए धन की आवश्यकता होती है |
वित्तीय कोष का निर्माण करना होता है-चाहे वह बच्चे की शादी हो या फिर बच्चे की शिक्षा, या सेवानिवृत्त बचत के लिए| इस वित्तीय कोष के निर्माण के लिए अल्गअल्ग तरीको की तलाश करते हुए, लोग हमेशा best investment plan in India की और देखते है जो उच्च रिटर्न प्रदान करती है |
कई इन्वेस्ट विकल्पों के कारण, इसका कोई सरल और आसान समाधान नही है | हालाकि, विभिन्न जीवन बिमा प्रदाताओ द्वारा प्रदान की जनि वाली विभिन्न इन्वेस्ट योजनाओ मैं आसानी उपलब्ध विकल्पों मैं से एक है |
Best Investment Plan in India
Types Of Investment – निवेश के प्रकार
कोई भी इन्वेस्टमेंट करने से पहेले सुनिश्चित करे की आप उचित शोध करते है और आप best investment plan in India का चयन करते है, जो दीर्घकालीन स्थायी रिटर्न देता रहे और कर-बचत लाभ प्रदान करता है |
उच्च रिटर्न के साथ सबसे अच्छी इन्वेस्ट योजना चुनने से पहेले इन्वेस्ट से जुड़े जोखिम पर विचार करना सर्वोपरि है | एक best investment plan मैं, जोखिम का प्रमाण संपत्ति की संभावना या संभावना के रूप मैं किया जा सकता है या तो नुकसान हो रहा है या उम्मीदों से निचे प्रदर्शन कर रहा है|
जोखिम कारक के अधर पर, यहाँ हमने विभिन्न best investment plan in India के बारे मैं डिटेल मैं बताया है | आज हम सभी बेस्ट इन्वेस्टमेंट प्लान्स को 2 प्रकारों मैं विभाजित करेंगे जिसमे Low Risk Investment, Medium Risk Investment & High Risk Investment :
1.Low Risk Investment
कम रिस्क वाले इन्वेस्टर्स जो इन्वेस्ट पोर्टफोलियो मैं कम या कोई अस्थिरता नही चाहते मतलब जो इन्वेस्टर्स आपने इन्वेस्टमेंट के साथ ज्यादा रिस्क नही लेना चाहते ओ लोग इस best investment plan मैं इन्वेस्ट कर सकते है |
ये इन्वेस्ट प्लान न्यूनतम नुकसान या न्यूनतम जोखिम के साथ पूंजी का एक विश्वसनीय और स्थिर विकास प्रदान करती है | भले ही ये इन्वेस्ट आमतौर पर गारेंटीकृत रिटर्न की पेशकश करते है, इन्वेस्टर्स के लिए पर्याप्त रिटर्न अर्जित करने के लिए लंबी अवधि के लिए अपने इन्वेस्ट को लॉक-इन करने की आवश्यकता हो सकती है |
2.Medium Risk Investment
मध्यम रिस्क वाले इन्वेस्ट मैं ऐसी इन्वेस्ट योजनाये श,मिल है जो संतुलित और विविध इन्वेस्ट की पेशकश करती है | माध्यम रिस्क वाली इन्वेस्ट योजनाये न केवल व्रूधि का अवसर प्रदान करती है बनली एक निच्छित स्टार तक बाजार की अस्थिरता का भी ध्यन रखती है |
मध्यम रिस्क वाली इन्वेस्ट योजनाये ज्यादातर इन्वेस्टर्स के इन्वेस्ट पोर्टफोलियो मैं विविधता लेन के लिए रन और इक्विटी प्रतिभूतियो के मिश्रण के माध्यम से मध्यम रिस्क के साथ एक स्थिर रिटर्न बनाने के लिए है | कुछ सामान्य मध्यम योजनाये है |
3.High Risk Investment
उच्च रिस्क वाली इन्वेस्ट योजनाए उन इन्वेस्टर्स के लिए उपयोगी है, जिनको रिस्क लेने की क्षमता ज्यादा है और जिनका मुख्य दीर्घकालीन पूंजी वृधि पर है | ज्यादातर उच्च रिस्क वाली इन्वेस्ट योजनाए के अंदर चढ़ाव-उतार शामिल है,
हालाकि लंबी अवधि मैं एक बड़ा संभावित रिटर्न बनाने की संभावना भी बहुत अधिक होती है | इस योजनाओ मैं वही इन्वेस्टर्स ज्यादातर रूचि रखते है जिनमे उच्च रिस्क लेने की क्षमता होती है |
Best investment ideas – सर्वश्रेष्ठ निवेश विचार
1. Bank FD
बैंक सावधि जमा मैं इन्वेस्ट करना हमेशा एक सुरक्षित और भारत मैं इन्वेस्टर्स के लिए सबसे पसंदीदा विकल्प होता है | 04 Feb 2020 से किसी बैंक के जमाकर्ता ला DIGC के नियमो के तहत मूलधन और ब्याज राशी के लिए अधिकतम 5 लाख रुपए तक का बिमा किया जायेगा |
इससे पहेले, मूलधन और ब्याज की राशी के लिए कवरेज 1 लाख रुपए था | आवश्यकता के अनुसार कोई उस अवधि का विकल्प चुन सकता है जो महीने दर महीने त्रेमासिक, वार्षिक या संचयी ब्याज विकल्प मैं भिन्न हो सकती है | अब, अर्जित ब्याज दर को आय मैं जोड़ा जायेगा, जो टैक्स स्लैब के अनुसार कर योग्य है |
2. Gold Investment
अभी के समय मैं अलंकरण के रूप मैं सोना रखने के अपने हित है, जैसे की भलाई और भारी खर्च | इसके आलावा, मेकिंग चार्ज लागु होता है, जिसे नियमित रूप से सोने की कीमत के 6-14% के बिच बढाया जाता है, जो असाधारण संरचनाओ की घटना होने पर आसानी से 25% तक बढ़ सकता है |
जो लोग सोने के सिक्के खरीदना चाहते है, उनके लिए अभी भी एक विकल्प है | कई बैंक इन दिनों सोने का दावा करने का एक वैकल्पिक तरीका कागजी सोने का उपयोग कर रहा है | पेपर गोल्ड मैं रूचि अधिक व्यावहारिक है और यह गोल्ड ETF के माध्यम से संभव होना चाहिए |
इस तरह का उद्द्यम स्टॉक ट्रेड पर होता है जो BSE या NSE मैं सोने के मूल संसाधन के रूप मैं होता है | सावरेन गोल्ड बांड मैं संसाधन लगाना पेपर-गोल्ड पर दावा करने का दूसरा विकल्प है | एक सट्टेबाज भी सोने के मच्युअल फंड के माध्यम से योगदान कर सकता है |
3. Equity Mutual Fund Investment
इस इन्वेस्टमेंट के लिए इन्वेस्ट मुख्य रूप से इक्विटी शेयरों मैं किया जाता हाउ | वर्तमान मच्युअल फंड नियमो और भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के साथ, जब इक्विटी मच्युअल फंड पर आधारित योजना की बात आती है, तो यह महत्वपूर्ण है की इन्वेस्टर्स इक्विटी के संबध मैं 60% संपत्ति रखते है और इसी तरह इक्विटी-संबधित उपकरण |
इक्विटी मच्युअल फंड को निष्क्रिय और सक्रीय दोनों तरह से प्रबंधित किया जा सकता है | जब किसी ट्रेंडड फंड की बात आती है जो सक्रीय है, तो रिटर्न आनिवार्य रूप से फंड की रिटर्न उत्पन्न करने की क्षमता पर निर्भर करता है |
इक्विटी योजनाओ को मार्कर के पूंजीकरण या उन क्षेत्रो के अधर पर अलग किया जाता है जहा कोई अलग किया जाता है जहा कोई इन्वेस्ट करना चाहता है | इसके आलावा, यह उस आधार पर भी खंडित है जिसमे कंपनियो मैं किया जाता है जो घरेलू है या विदेशी कंपनियों के शेयरों मैं इन्वेस्ट किया जाता है जो अंतरराष्ट्रिय है |
4. Debt Mutual Fund
कोई भी इन्वेस्टर जो अपने इन्वेस्टमेंट पर रिटर्न की इच्छा रखता है, उसे डेट मच्युअल फंड मैं इन्वेस्ट करने पर विचार करना चाहिए | जब इक्विटी फंड की तुलना मैं यह कम अस्थिर होता है, जिसका अर्थ है की रिस्क कम होता है |
इन सभी के आलावा डेट मच्युअल फंड अनिवार्य रूप से प्रतिभूतियो मैं इन्वेस्ट करते है जो ट्रेजरी बिल, कॉर्पोरेट बांड, वाणिज्यिक पत्र, सरकारी प्रतिभूति और मुद्रा बाजार उपकरण जैसे निच्छित ब्याज उत्पन करेंगे |
हलाकि, इसका मतलब यह नही है की यह रिस्क मुक्त है : इसके कुछ रिस्क कारक है जैसे क्रेडिट और ब्याज दर रिस्क | इसीलिए, एक इन्वेस्टर्स के इन्वेस्ट जे लिए अपना मन बनाने से पहेले विस्तृत अध्ययन या उसके बारे मैं जानकारी लेना बहुत जरूरी होता है |
5. Public Provident Fund
यह एक प्रकार का सार्वजनिक भविष्य निधि एक अन्य इन्वेस्ट मार्ग है, जो अधिकांश इन्वेस्टर्स के लिए पसंदीदा और समृद्ध विकल्प है | PPF की खास बात यह है की इसकी अवधि 15 साल की होती है और कर-मुक्त ब्याज का प्रभाव आने वाले वर्षो मैं विशेष रूप से बड़ा होता है |
अब संप्रभु गारेंटी मूल इन्वेस्ट और अर्जित ब्याज का समर्थन करती है इसलिए PPF मैं इन्वेस्ट करना सुरक्षित है | इसके आलावा, PPF पर ब्याज दर की समीक्षा आम तौर पर सरकार द्वारा हर तिमाही मैं की जाती है |
6. Senior Citizen Saving Plan
एक वरिश्ठ नागरिक बचत योजना निच्छित रूप से लगभग हर सेवानिवृत्त व्यक्ति की पसंदीदा पसंद है और एक इन्वेस्ट योजना है, जो प्रत्येक सेवानिवृत्त व्यक्ति के इन्वेस्ट पोर्टफोलियो मैं होती है |
यह विशेष रूप से वरिश्ठ नागरिको के लिए डिजाईन की गई एक योजना है और 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के किसी भी बैंक या डाकघर से आसानी से इसका लाभ उठाया जा सकता है |
यह योजना 5 वर्षो के लिए उपलब्ध है, जिसे केवल परिपक्व होने पर 3 वर्ष तक के लिए बढाया जा सकता है | इसके आलावा, कोई आसानी से एक से अधिक खाते खोल सकता है और अधिकतम इन्वेस्ट के लिए 15 लाख रूपये की सीमा है |
जब ब्याज दर की बात आती हैतो पूरी तरह से कर योग्य है और संशोधन के आधार पर और समीक्षा के अधीन पर त्रेमासिक आधार पर भुगतान किया जाता है | हालाकि, यदि एक बार योजना मैं इन्वेस्ट कर दिया गया है तो ब्याज की दर योजना के परिपक्व होने तक समान रहेगी |
वरिश्ठ नागरिक भी योजना से अर्जित ब्याज के साथ धारा 80TTB के भीतर एक वित्तीय वर्ष मैं दावा कटौती के रूप मैं 50000 रूपये का दावा कर सकते है |
नमस्कार दोस्तों, आप सभी का हार्दिक स्वागत है, आज के समय में भारत में बहुत लोगों के लिए, कार वाहन, परिवहन का एक महत्वपूर्ण साधन होता है, और आज के समय में बहुत लोगों के पास कार है.
ऐसे में वर्तमान समय में सड़क पर इसको उपयोग में लाने के लिए, चार पहिया वाहन बीमा पॉलिसी प्राप्त करना अनिवार्य हो गया है, और विशेष रूप से थर्ड पार्टी कवरेज,
ऐसे में यदि आप अपने car insurance policy लेने के बारे में सोच रहे है, ऐसे में हम आपको आज इस पोस्ट में car insurance policy से संबधित सभी जानकारी बताएंगे और आप इस पोस्ट को अंत तक ध्यान से पढ़ते है, तब आपको कार इंश्योरेंस से संबंधित जानकारी मिल जाएगी। ऐसे में चलिए हम विस्तार में कार इंश्योरेंस के बारे में जानते है।
Car insurance policy In Hindi – कार बीमा पॉलिसी के बारे में जानकारी
वर्तमान समय में यदि आपके पास कार है, और ऐसे में यदि आप अपने कार की सुरक्षा चाहते है, वाहन की चोरी व दुर्घटना के कारण वाहन की मरम्मत, अस्पताल में भर्ती, उपचार या अन्य आवश्यकता के कारण वित्तीय कठिनाइयाँ उत्पन्न हो सकती हैं,
और यदि आप अभी से इस बात की चिंता कर रहे है, तब इन्ही सभी बातों को ध्यान में रखते हुए कार बीमा पॉलिसी दुर्घटनाओं, चोरी या मरम्मत जैसी ज़रूरतों के समय में पॉलिसीधारक को कवरेज प्रदान करता है, तथा वर्तमान समय में यदि आप कार इंश्योरेंस प्लान लेते है, तब आपको इसके साथ अनेक तरह की सुविधा मिल जाती है,
और जब किसी तरह की दुर्घटना या गाड़ी में खर्च आता है, तब आपको बीमा कंपनी आपके गाड़ी को सुधरवाकर देता है, और आपके हॉस्पिटल का बिल भी चुकता है। और इस तरह से आज के समय में यदि आप कार इंश्योरेंस लेते है तब इसके बहुत से फायदे है।
Car insurance policy type – कार बीमा पॉलिसी प्रकार
वर्तमान समय में बहुत से लोगों के पास कार होता है, और यदि आप आज समय रहते हुए अपने कार की बीमा योजना ले लेते है, तब आपको भविष्य में किसी तरह के हादसे हो जाता है, तब आप बीमा राशि क्लेम कर सकते है और इसका लाभ उठा सकते है। वर्तमान समय में भारत में मुख्यता तीन प्रकार की चार-पहिया बीमा पॉलिसी चलन में है जो की नीचे विस्तार से दिया गया है –
Third Party Car Insurance
इस पॉलिसी की शुरुआत मोटर वाहन अधिनियम 1988 के तहत हुई है, और यदि आप वर्तमान समय में थर्ड पार्टी इंश्योरेंस पॉलिसी लेते है, तब आपको बता दे कि इस प्रकार के बीमा को लाइबिलिटी बीमा भी कहा जाता है, और आज के समय में यह हर चार पहिया वाहन मालिक के लिए अनिवार्य है, और इसमें पॉलिसीधारक को कानूनी लाइबिलिटी का कवर प्रदान किया जाता है, जो कि दुर्घटना से चोट/ मृत्यु या संपत्ति के नुकसान से उत्पन्न हो सकती है, इस लिए इस पॉलिसी के अनेक लाभ है, जिसका भरपाई दुर्घटना हो जाने पर बीमा कंपनी द्वारा प्रदान किया जाता है।
Compressive Insurance
आज के समय में इस इंश्योरेंस का उपयोग बहुत से लोग उठा रहे है, क्योंकि इस car insurance का फायदा बहुत है, और आपको बता दे कि इस प्रकार के बीमा को पैकेज पॉलिसी भी कहा जाता है, और यह थर्ड पार्टी लाइबिलिटी के साथ-साथ बीमित वाहन को हुए नुकसान, तथा दुर्घटना के कारण मालिक / चालक की मृत्यु / विकलांगता को कवर प्रदान करता है, और यदि आप आज के समय में कॉम्प्रेहन्सिव इंश्योरेंस पॉलिसी को अधिक लोग कार इंश्योरेंस में लेते है, ताकि कवर अधिक और पूरा प्राप्त हो सके।
Pay Yes Insurance
इस पॉलिसी का उपयोग आप आपकी गाड़ी कितना चला है उसके अनुसार आप कार इंश्योरेंस ले सकते है, इसमें आपको 500 किलोमीटर, 1000 किलो मीटर, 2500 किलो मीटर आदि का बीमा पॉलिसी ले सकते है।
Car insurance policy lena jaruri hai ?
आज के समय में यदि आप car insurance Policy लेने के बारे में सोच रहे है, तब आपको आज के समय में कार इंश्योरेंस पॉलिसी में निम्न कवर प्रदान किया जाता है–
आज के समय में दुर्घटनाओं के कारण वाहन, मालिक तथा चालक को नुकसान हो जाता है तब उसे बीमा कंपनी के द्वारा वित्तीय चिकित्सा सहायता प्रदान किया जाता है।
मालिक तथा ड्राइवर के लिए व्यक्तिगत दुर्घटना कवरेज बीमा कंपनी प्रदान किया जाता है।
प्राकृतिक आपदाओं के कारण हुआ नुकसान की भरपाई बीमा कंपनी करती है।
बीमा कंपनी मानव निर्मित आपदाओं के कारण हुआ नुकसान की भरपाई करती है।
बीमा कंपनी के द्वारा थर्ड पार्टी लाइबिलिटी प्रदान किया जाता है।
चार पहिया वाहन का नुकसान या चोरी हो जाने पर वित्तीय सहायता प्रदान किया जाता है।
Requirement of car insurance policy – कार बीमा पॉलिसी के लिए आवश्यकताएं
वर्तमान में यदि आप कार बीमा पॉलिसी का लाभ लेना चाहते हैं तो आपके पास निम्नलिखित योग्यताएं होनी चाहिए –
आवेदक भारत का निवासी होना जरूरी है।
आवेदक के कार चलाना आता हो।
आवेदक की आयु 18 वर्ष से ऊपर होनी जरूरी है
आवेदक पागल या दिवालिया न हो।
Documents
आज के समय में यदि आप car insurance Policy का लाभ उठाना चाहते हैं तब आपके पास निम्न दस्तावेज होना चाहिए –
आधार कार्ड
पैन कार्ड
मतदाता पहचान पत्र
मोबाइल नंबर
ईमेल आईडी
बैंक खाता
फोर व्हीलर का कागजात
कर ड्रायविंग लाइसेंस
आरसी आ
1. How To Apply Online
सबसे पहले आपको भारत में अनेकों बीमा कंपनी द्वारा दिए गए car insurance policy लाभों की तुलना करना होगा, और आप अपने अनुसार बीमा पॉलिसी ले सकते है।
इसके बाद आपके द्वारा चुनी गई अच्छी बीमा कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं तथा क्लेम रेश्यो की जांच करे ले।
इसके बाद आपको वर्तमान समय में यदि आप एक ऑनलाइन एग्रीगेटर चुन रहे हैं, तब आपको विभिन्न बीमा कंपनी से वेरीएबल कोटेशन आसानी से मिल जाएगी।
इसके बाद अब आपको विभिन्न बीमा कंपनियों से प्रीमियम की तुलना करने के लिए ऑनलाइन बीमा कैलकुलेटर का उपयोग करना होगा।
इसके बाद आपको कुछ व्यक्तिगत जानकारी प्रदान करना होगा, फिर आप ऑनलाइन आवेदन-बटन पर क्लिक कर सकते हैं।
अब आप फॉर्म को ध्यान पूर्वक पढ़कर अपनी सभी जानकारी सही से भर दे।
इसके बाद अपने जरूरी दस्तावेजों को स्कैन कर अपलोड करें।
और इस तरह से आपके आवेदन की प्रक्रिया पूरी हो जाती है
2. How To Apply Offline
आज के समय में सबसे पहले आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि कौन सी बीमा कंपनी सबसे अच्छी है, तथा बीमा पॉलिसी को ऑफ़लाइन खरीदने के लिए, आपको एक बीमा एजेंट या बीमा कंपनी ढूंढनी होगी, जिसमें आप आसानी से निवेश करना चाहते हैं, और अपने बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी लेना चाहते हैं।
फॉर्म प्राप्त करके आप अब अपनी आवश्यकताओं के आधार पर दिए गए फॉर्म को भर दे।
इसके बाद यदि आप सीधे बीमा कंपनी से संपर्क करते हैं, तब आप एजेंटों द्वारा लगाए गए अतिरिक्त शुल्क से बच सकते हैं। कुछ बैंक और तीसरे पक्ष के डीलर भी आवेदन प्रक्रिया को पूरा करने में आपकी मदद कर देते है
फिर अब आपको फॉर्म के साथ कंपनी की शर्तों के अनुसार कुछ आवश्यक दस्तावेज अटैच कर दे।
और अब आप फॉर्म को बीमा कंपनी के ऑफिस में जमा कर दे।
इस तरह से आप आसानी से बाइक इंश्योरेंस प्राप्त कर सकते है।
Car insurance policy Claim Process
वर्तमान समय में यदि आपने अपनी फोर व्हीलर के लिए इंश्योरेंस पॉलिसी लिया है तब आप निम्न तरह से उसे क्लेम कर सकते है–
जब भी आपकी कार की दुर्घटना या चोरी जैसी किसी भी घटना के मामले हो जाती है तब आपको तुरंत बीमा कंपनी को सूचित करना होगा।
आज के समय में यदि चार पहिया वाहन दुर्घटना में शामिल था या चोरी हो गया है, तब आपको एक FIR दर्ज करना होगा और आपको कंपनी को FIR की कॉपी देना होगा।
इसके बाद आप संबंधित दस्तावेजों जैसे दावा फार्म, वाहन के रजिस्ट्रेशन की एक कॉपी (RC), आदि के साथ क्लेम के लिए आवेदन कर सकते हैं।
इसके साथ ही यदि कंपनी के किसी भी नेटवर्क गैरेज में वाहन की मरम्मत किया जाता है, तब वह भी कैशलेस क्लेम प्राप्त कर सकता है, और वहां अपने कार की सुधार करवा सकते है।
अब नुकसान और मरम्मत की लागत का आकलन करने के बाद भुगतान किया जाएगा।
यदि पॉलिसीधारक अपने कार या चार पहिया को नेटवर्क से बाहर गैरेज में ले जाता है, और सुधार करवाता है, तब उसे उस क्लेम के लिए भुगतान करना होगा जो बाद में बीमा कंपनी से री-इंबर्स किया जा सकता है।
इस तरह से दुर्घटना घटित हो जाने के तुरंत बाद आवेदन किया जाना आवश्यक है, तभी क्लेम की राशि मिलती है।